कांग्रेस नेता हरीश रावत ने ममता बनर्जी के बयान पर कहा कि वक्फ संशोधन कानून का हम विरोध करें

अहमदाबाद
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर कहा कि वक्फ संशोधन कानून का हम विरोध करेंगे। हमने संसद में और सदन के बाहर दोनों जगहों पर इसका विरोध किया है और आगे भी करेंगे। इस पर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि यह उनका अपना दृष्टिकोण है। हम इसका विरोध करते रहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि हम एक बड़े गठबंधन में हैं, जो अन्याय के खिलाफ लड़ रहा है। हम अपनी शक्ति को बढ़ाएंगे।
उन्होंने गुजरात में आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर कहा कि दिल्ली में हमारा गठबंधन नहीं हुआ। अरविंद केजरीवाल ने कहीं से साथ चलने लायक खुद को सिद्ध नहीं किया।

बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम में कहा कि वह पश्चिम बंगाल में कभी भी वक्फ संशोधन अधिनियम लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने लोगों से कहा कि उन पर भरोसा रखें। उधर, पश्चिम बंगाल की भाजपा इकाई के अध्यक्ष और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने वक्फ संशोधन अधिनियम को मुस्लिम समाज के हित में उठाया गया क्रांतिकारी कदम बताया है।

उन्होंने कहा कि नया विधेयक लाने से पहले जो पुराना कानून था, उसके तहत लाखों-करोड़ों रुपये की संपत्ति के बावजूद लाभ केवल मुस्लिम समुदाय के एक छोटे से वर्ग (जिनके पास सत्ता और नियंत्रण था) तक सीमित था। गरीब मुसलमानों, विधवाओं और समुदाय के दबे-कुचले व वंचित लोगों को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा था।

मजूमदार ने ममता बनर्जी की सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, "पश्चिम बंगाल के हिंदू एकजुट हो रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले चुनावों में एक भी हिंदू ममता बनर्जी को वोट नहीं देगा। राज्य के हिंदुओं के मन में यह संदेह गहरा रहा है कि कहीं ममता की तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से पश्चिम बंगाल 'पश्चिम बांग्लादेश' न बन जाए।" उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी की नीतियों से राज्य की जनता में असंतोष बढ़ रहा है। आगामी बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा जनता की आवाज बनकर मजबूती से उभरेगी।

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button